अंबाला नगर निगम को निगम से नगर परिषद बनाये जाने को लेकर शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने अंबाला कमिश्नर को चिट्ठी लिख राय मांगी है। इसको लेकर नगर निगम अधिकारियो ने कमर कस ली है क्यूंकि उन्हें 15 दिन में जवाब फाईल करना है। इस चिट्ठी के आने से राजनीती भी तेज हो गयी है। निगम के मेयर ने इस फैंसले गलत बताया है तो भाजपा पार्षदों ने इसे सही फैंसला माना है।
अंबाला नगर निगम को 2 शहरों को जोड़ने के बाद बनाया गया था जिसको लेकर सत्ता में आते ही कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने गलत बताते हुए इसे भंग करने की मांग शुरू कर दी थी। इस मांग पर अब मुहर लगना तय माना जा रहा है क्यूंकि मुख्यमंत्री भी विज की इस मांग से सहमत दिख रहे हैं। शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने अंबाला कमिश्नर को चिट्ठी लिखी है जिसमे अधिकारियों से सुझाव व आपत्तियां मांगी गई हैं इसका जवाब 15 दिन में देना जरूरी लिखा गया है। अंबाला नगर निगम के कमिश्नर से इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें चिट्ठी मिल चुकी है जिस पर कमेटी विचार करके फैंसला लेगी।
विभाग की चिट्ठी आने के बाद इस निगम भंग होने की गहमा गहमी तेज हो गयी है और निगम भंग होगा या नही इन अटकलों पर भी विराम लग गया है। इस चिट्ठी के आने के बाद अंबाला निगम के मौजूदा मेयर रमेश मल ने कहा है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण फैंसला है बीजेपी के कुछ मंदबुद्धि लोग यह नही चाहते कि अंबाला अच्छे शहरों की गिनती में आये। उन्होंने कहा यदि निगम को समय से पहले भंग किया गया तो कानून राय लेकर अगली कार्यवाई करेंगे। उन्होंने इसको लेकर अधिकारियो से मांग भी रखी है कि निगम को कार्यकाल पूरा करने दिया जाये।
अगर नगर निगम भंग होता है तो रमेश मल निगम के पहले व आखिरी मेयर होंगे। सरकार की इस चिट्ठी के बाद भाजपा पार्षद इस फैंसले को सही व राहत भरा मान रहे हैं तो दूसरी तरफ विपक्ष में बैठे पार्षद इसे अंबाला के खिलाफ लिया गया फैंसला बता रहे हैं क्यूंकि इससे अंबाला के विकास में रुकावट आएगी और कम पैसा मिलने से शहर का नुकसान होगा।
इस फैंसले को लेकर लोगो की मिली जुली प्रतिकिर्या सामने आई है कुछ लोगो को यह फैंसला गलत मानते हैं तो कुछ को लगता है कि यह सही फैंसला है इससे टैक्सों से राहत मिलेगी व समय पर काम भी हो सकेंगे।
इस मुद्दे को सबसे पहले कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने जोर शोर से उठाया था जिसके बाद मुख्यमंत्री ने भी इसमें सहमती दिखाई थी। अनिल विज का कहना है कि यह गलत फैंसला था कांग्रेस के द्वारा की गयी गलतियों को वो ठीक करने का काम काम करेंगे। इस मामले पर विधायक असीम गोयल ने भी सहमती दिखाई और इसे सही फैंसला बताया।
अंबाला नगर निगम से पहले अंबाला पंचकुला कमिश्नरी को कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मांग कर तुड़वाया था अब देखना होगा कि निगम भंग होने पर कब तक मुहर लग पाती है।
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