सरकार को चुनावी वादे याद दिलाने के लिए कांग्रेस अंबाला में सड़कों पर उतरी कांग्रेस का पैदल मार्च तीन दिन बाद समाप्त हो गया। इस पैदल मॉर्च का मकसद अंबाला में घोषित होने के बावजूद अभी तक यूनिवर्सिटी और सिख स्मारक न बनने का है। ये वादे याद दिलवाने के लिए सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने संघर्ष का बिगुल फूंका है। इसी रोष स्वरूप कांग्रेस ने युवा नेता हिम्मत सिंह की अगुवाई में वीरवार को लखनौर साहिब से पैदल मार्च निकला था जो आज सिटी के गुरुद्वारा श्री सत्संगत साहिब में समाप्त हो गया।
युवा कांग्रेस नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षा, रोजगार और विकास जैसे मुद्दों पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। ये सरकार के खिलाफ अलार्मिंग काल है। यदि सरकार अभी भी न जागी तो 2019 के चुनावों में लोग इन्हें सबक भी सिखा देंगे। ये पदयात्रा समाप्त नहीं हुई बल्कि अब सरकार के साथ हितों की लड़ाई शुरू हुई है। लोग अपने अधिकार लेना अच्छी तरह जानते हैं। हिम्मत ने कहा कि इस मांग को लेकर वह जल्दी ही हरियाणा के राज्यपाल को एक ज्ञापन देंगे ताकि मुख्यमंत्री को उनका वादा याद करवाया जा सके।
वीरवार को गुरुगोबिंद सिंह जी के ननिहाल गुरुद्वारा लखनौर साहिब में अरदास करने के बाद युवा नेता हिम्मत सिंह ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पदयात्रा शुरू की थी। इस तीन दिवसीय पदयात्रा के दौरान कांग्रेसी दर्जनों गांवों से होते हुए शाम को सिटी के बादशाही बाग गुरुद्वारा साहिब में पहुंचें थे। शुक्रवार को सिटी में जनसम्पर्क अभियान चलाया गया और शनिवार को गुरुद्वारा बादशाही बाग से दोबारा पदयात्रा शुरू हुई जिसका सिटिबीके एतिहासिक गुरुद्वारा श्री सत्संगत साहिब में समापन हो गया। वादा निभाओ पदयात्रा का मकसद भाजपा सरकार को चुनावी प्रचार के दौरान लोगों से किए गए वादे याद दिलाना है। हिम्मत सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व अपने चुनावी घोषणा पत्र में अंबाला में एक यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया था। जिसका नाम दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के नाम पर रखने का प्रस्ताव था। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने अपने अम्बाला दौरे के दौरान किंगफिशर के पास सिख इतिहास की वीरता को दर्शाने वाले सिख स्मारक के निर्माण का वादा किया था। ये वादे सरकार भूल गई है। हमारी भावनाओं को राजनीतिक हितों के लिए साधने वाली इस गूंगी- बहरी और निठल्ली सरकार को उसके किए गए वादे याद करवाने के लिए पदयात्रा निकाली गई है।
युवा कांग्रेस नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि सरकार शिक्षा, रोजगार और विकास जैसे मुद्दों पर पूरी तरह से फेल साबित हुई है। ये सरकार के खिलाफ अलार्मिंग काल है। यदि सरकार अभी भी न जागी तो 2019 के चुनावों में लोग इन्हें सबक भी सिखा देंगे। ये पदयात्रा समाप्त नहीं हुई बल्कि अब सरकार के साथ हितों की लड़ाई शुरू हुई है। लोग अपने अधिकार लेना अच्छी तरह जानते हैं। हिम्मत ने कहा कि इस मांग को लेकर वह जल्दी ही हरियाणा के राज्यपाल को एक ज्ञापन देंगे ताकि मुख्यमंत्री को उनका वादा याद करवाया जा सके।
वीरवार को गुरुगोबिंद सिंह जी के ननिहाल गुरुद्वारा लखनौर साहिब में अरदास करने के बाद युवा नेता हिम्मत सिंह ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए पदयात्रा शुरू की थी। इस तीन दिवसीय पदयात्रा के दौरान कांग्रेसी दर्जनों गांवों से होते हुए शाम को सिटी के बादशाही बाग गुरुद्वारा साहिब में पहुंचें थे। शुक्रवार को सिटी में जनसम्पर्क अभियान चलाया गया और शनिवार को गुरुद्वारा बादशाही बाग से दोबारा पदयात्रा शुरू हुई जिसका सिटिबीके एतिहासिक गुरुद्वारा श्री सत्संगत साहिब में समापन हो गया। वादा निभाओ पदयात्रा का मकसद भाजपा सरकार को चुनावी प्रचार के दौरान लोगों से किए गए वादे याद दिलाना है। हिम्मत सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पूर्व अपने चुनावी घोषणा पत्र में अंबाला में एक यूनिवर्सिटी बनाने का वादा किया था। जिसका नाम दशमेश पिता श्री गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज के नाम पर रखने का प्रस्ताव था। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने अपने अम्बाला दौरे के दौरान किंगफिशर के पास सिख इतिहास की वीरता को दर्शाने वाले सिख स्मारक के निर्माण का वादा किया था। ये वादे सरकार भूल गई है। हमारी भावनाओं को राजनीतिक हितों के लिए साधने वाली इस गूंगी- बहरी और निठल्ली सरकार को उसके किए गए वादे याद करवाने के लिए पदयात्रा निकाली गई है।
No comments:
Post a Comment