जिंदगी और मौत के बीच झूलने वाले मरीजों की सांसों की डोर न टूटे इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने एक प्रयास किया है। आपातकालीन हालत में क्रिटिकल मरीजो को वक्त रहते बड़े अस्पताल में पहुंचा दिया जाए इसके लिए अब स्वास्थ्य विभाग के बेड़े में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एम्बुलेंस को शामिल कर दिया गया है। दावा है कि एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस लगभग 30 लाख रुपयों की लागत से एम्बुलैंस मरीजों के लिए जीवनदायनी साबित होगी। सूबे के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने इस एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर इसका लोकार्पण किया।
जिंदगी और मौत से जूझ रहे गंभीर मरीजों को जीवनदान देने के मकसद से अंबाला कैंट के सिविल अस्पताल में एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट से लैस एम्बुलैंस लाई गई है। लगभग 30 लाख रुपयों की लागत से तैयार हुई ये एम्बुलैंस टाटा प्रोजेक्ट्स की ओर से स्वास्थ्य विभाग को भेंट की गई है। इस एम्बुलैंस की खास बात ये है कि इसमें वेंटिलेटर, हार्ट करंट, ऑक्सीजन और पॉयजन सक्शन को शरीर से बाहर निकालने की सुविधा है। इसे चलता फिरता जीवन रक्षक आईसीयू भी कहा जा रहा है। अस्पताल को इस एम्बुलैंस की सौगात रेलवे के लिए लुधियाना से कलकत्ता तक फ्रेट कॉरिडोर तैयार कर रही टाटा प्रोजेक्ट्स कम्पनी की ओर से दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एम्बुलैंस रूपी इस तोहफे का लोकार्पण किया और इसे हरी झंडी दिखाकर लोकसेवा के काम मे उतार दिया। अनिल विज ने बताया कि ये बहुत उम्दा क्वालिटी का तोहफा स्वास्थ्य विभाग को मिला है जिसका सीधा फायदा गंभीर हालत के मरीजों को मिलेगा। इसकी काफी आवश्यकता थी जो आज पूरी हो गई। इसके अलावा विज ने बताया कि अम्बाला कैंट सिविल अस्पताल में सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं।
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