बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली खट्टर सरकार ने भले ही हर गांव की बच्चियों के लिए विशेष मुफ्त परिवहन सेवा उपलब्ध करवाने का दम भर दिया हो परन्तु जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही बयान कर रही है। सरकार की इच्छाशक्ति की तारीफ तो हो रही है परंतु जिस तरह के ढांचे पर प्रदेश की परिवहन व्यवस्था फ़िलहाल दौड़ रही है उसे देखते हुए ये एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है। दूर दराज से शहर में पढ़ाई करने आने वाली छात्राओं ने सरकार से इस पर ब्यानों की बजाय धरातल पर काम करने की अपील की है। जिसका हमने जायजा लेने का प्रयास किया।
वीओ :-- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने झज्जर में एक कार्यक्रम के दौरान ऐलान किया कि यदि किसी भी गाव में पांच बच्चियां भी पढ़ने वाली हैं और वह परिवहन सेवा न मिल पाने की वजह से स्कूल कालेज नहीं जा पा रही हैं तो अब सरकार उनके लिए मुफ्त परिवहन सेवा उपलब्ध करवाएगी। सरकार के इस ऐलान को सरकार के पैरवीकार सरकार का बड़ा कदम बता रहे हैं। अब देखना ये होगा कि सरकार की घोषणा केवल घोषणा मात्र बनकर रह जाएगी या फिर असल मे धरातल पर सुविधाओं का अंबार लगेगा। फ़िलहाल सूबे की परिवहन सेवा किस हाल में है जिसमें सफर करके ये छात्राएं सफर करके अपने स्कूल कालेजों तक पहुंचती हैं ये जानने के लिए हमने गाव से शहर मे पढ़ने आने वाली कुछ छात्राओं से बात की जिन्होंने हमें हालातों से वाकिफ करवाया जो संतोषजनक तो बिल्कुल प्रतीत नहीं हुए। छात्राओं ने कहा कि सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रही है पर स्कूल कालेजों में आने वाली छात्राओं को रोज लचर परिवहन सेवा का शिकार होते हुए अपने शिक्षण संस्थानों तक पहुंचना पड़ता है जो बहुत बड़ी परेशानी है। कई बार बस चालक बस नहीं रोकते। कन्डक्टर ठीक से बात नहीं करते मानो ये एहसान कर रहे हों। सरकार दावे और घोषणाएं करके भूल जाती है। बसों में छेड़छाड़ तक हो जाती है। अब सरकार ने घोषणा तो कर दी पर रोडवेज के मौजूदा हालातों को देखते हुए ऐसा सम्भव होता नहीं दिखता। सरकार की सोच और प्रयास सराहनीय है।
सरकार के इस प्रयास की शिक्षण संस्थानों ने सराहना की है। अंबाला के आर्या गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल नीना बेदी कहती हैं कि ये सरकार का बहुत अच्छा कदम है। अगर छोटे छोटे गांव के स्तर पर भी छात्राओं के लिए परिवहन सेवा उपलब्ध हो जाएगी तो उन्हें स्कूल कालेजों में आने के लिए परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। कई बार इसी कमी की वजह से बच्चियां आगे नहीं पढ़ पातीं। ये बहुत अच्छी फैसिलिटी साबित होगी जिसका सबको स्वागत करना चाहिए।
अंबाला का रोडवेज महकमा बच्चियों के लिए उम्दा बस सेवा का दम भर रहा है। अंबाला कैंट के बस अड्डा इंचार्ज राज किशोर बताते हैं कि रोडवेज की ओर से लड़कियों के लिए सुबह और शाम को तीन बस सेवाओं का प्रावधान किया गया है जिसमें एक बस जगाधरी से, दूसरी नारायणगढ़ से और तीसरी बस अंबाला कैंट के महेश नगर से चलती है। इस नई पॉलिसी के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है। अड्डा इंचार्ज मानते हैं कि विभाग के पास बसों की कमी है परंतु स्कूल कालेज के टाइम अतिरिक्त बसों का प्रबंध करके इसे मैनेज कर लिया जाता है।
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