नियमित करने को लेकर पिछले 16 दिनों से अतिथि अध्यापक अतिथि अध्यापको का केबिनेट मंत्री अनिल विज की कोठी के बाहर धरना जारी है। उनका आरोप है कि कोई भी उन्हें आश्वासन देने नही आया। जब तक मांगे नही मानी जाती तब तक रहेगा धरना जारी। दूसरी तरफ इस मामले पर विज से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने विपक्ष में रहते दिल्ली में आश्वासन दे दिया था, अब वो ऐसी गलती नही करेंगे।
अतिथि अध्यापक संघ पूर्व सरकार के समय से नियमित किये जाने को लेकर विरोध कर रहे हैं। सरकार आश्वासन के बावजूद उनकी मांग नहीं मान रही है। उनका कहना है कि पूर्व सरकार के समय दिल्ली के जंतर मंतर में धरना देते समय मौजूदा शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने उनके धरने में शामिल होकर भाजपा सरकार आने पर पहली कलम से अतिथि अध्यापकों को पक्का करने का आश्वासन दिया था। उनका आरोप है कि भाजपा सरकार आये तीन साल से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन मिलने के बावजूद उन्हें नियमित नही किया गया है बल्कि उन पर जुल्म ढहाए जा रहे हैं। अब अपनी माँगों को मनवाने के लिए उन्हें कड़कती ठंड में मंत्रियों की कोठी के बाहर धरना देने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उनका कहना है जब तक सरकार उनकी मांगे नही मानती तब तक वे धरना जारी रखेंगे अगर फिर भी सरकार ने जिद न छोड़ी तो वे विरोध का स्वरूप कड़ा कर सकते हैं।
वहीं दूसरी ओर जब अतिथि अध्यापकों को आश्वासन देने के बाद भी मांगे पूरी नही किये जाने बारे केबिनेट मंत्री अनिल विज से पूछा गया तो बोले "कि उन्होंने आश्वासन देने की गलती कर ली थी आइन्दा नही करेंगे"। विज ने कहा कि वैसे तो यह शिक्षा मंत्री का मामला है तो धरना देने वालों को उनसे मिलना चाहिए। हां मैंने उन्हें विपक्ष में रहते दिल्ली में आश्वासन दे दिया था, अब वो ऐसी गलती नही करेंगे।
No comments:
Post a Comment