राहुल गाँधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद 29 अप्रैल को रामलीला मैदान दिल्ली में कांग्रेस की रैली होने जा रही है। इस रैली में कांग्रेसी नेता शक्ति प्रदर्शन दिखाने की कोशिश में पूर जोर मेहनत भी कर रहे हैं। लेकिन इस बार कांग्रेसी नेताओ को स्पेशल निर्देश हाईकमान ने दिए हैं कि वे लाल गुलाबी पगड़ी में नही दिखेंगे और नाही राहुल सोनिया के इलावा किसी के नारे लगेंगे। यानी हाईकमान की कोशिश है कि गुटबाजी न दिखे। इसी पर हरियाणा कांग्रेस के कोषाध्यक्ष तरुण भंडारी से सवाल किया गया कि गुटबाजी कांग्रेस में नही है तो लाठी डंडे चलाने की FIR क्यूँ दर्ज होती है जिस पर भंडारी ने कहा जिसने डंडे चलाये वो असली कांग्रेसी नही।
कांग्रेस हाईकमान प्रदेश में गुटबाजी खत्म करने की बहुत कोशिश कर रही है लेकिन प्रदेश में कांग्रेसी ऐसे बंटे है कि हाईकमान भी जोड़ नही पा रहा। अंबाला में राहुल गाँधी की रैली का न्यौता देने पहुंचे हरियाणा कांग्रेस के कोषाध्यक्ष तरुण भंडारी पुराने विवाद को फिर हवा दे गये। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में गुटबाजी कहीं नही है लेकिन उनसे जब पूछा गया कि तो लाठी डंडे चलने की FIR क्यूँ दर्ज होती है ? जिस पर भंडारी ने कहा जो असली कांग्रेसी है वो डंडे नही चलाते वो किसी और पार्टी का कार्यकर्ता हो सकता है। उनसे फिर पूछा गया कि क्या हुड्डा सच्चे कांग्रेसी नही जिस पर भंडारी ने फिर कहा मैं किसी का नाम नही लूँगा जिसने डंडे चलाये वो असली कांग्रेसी नही।
कांग्रेस हाईकमान ने निर्देश तो दिए हैं कि कोई भी रंगो में बंटा हुआ इस रैली में दिखाई न दे लेकिन जो दिलो से बंटे हुए हैं उन्हें हाईकमान कैसी एकजुट करेगी यह बड़ा सवाल आज भी खड़ा है।
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