महाराजा सरदार जस्सा सिंह आहलुवालिया की त्रि शताब्दी के अवसर पर राष्ट्रिय कीर्ति आह्वाहन समिति द्वारा नगर कीर्तन निकाला जा रहा है। 22 अप्रैल अमृतसर गोल्डन टेम्पल से शुरू हुआ नगर कीर्तन दिल्ली लाल किला पर जाकर समाप्त होगा। नगर कीर्तन का हर जगह पर जोरदार स्वागत हो रहा है आज अंबाला में नगर कीर्तन के विशेष स्वागत के दौरान राष्ट्रिय कीर्ति आह्वाहन समिति के राष्ट्रिय संयोजक विजयपाल सिंह अहलूवालिया भी मौजूद रहे।
महाराजा सरदार जस्सा सिंह आहलुवालिया की त्रि शताब्दी के अवसर पर निकाले जा रहे नगर कीर्तन का अंबाला में जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान काफी संख्या में लोग मौजूद रहे व पालकी साहिब व शस्त्रों को शीश निवाकर मत्था टेका। राष्ट्रिय कीर्ति आह्वाहन समिति के राष्ट्रिय संयोजक ऐंवम कर्मचारी चयन आयोग के सदस्य विजयपाल सिंह अहलूवालिया ने नगर कीर्तन को लेकर बताया कि अमृतसर से चले नगर कीर्तन का आज का ठहराव कुरुक्षेत्र में होगा कल यह नगर कीर्तन दिल्ली शीश गंज गुरुद्वारा में पहुंचेगा और 29 अप्रैल को दिल्ली के लाल किले पर विशाल कार्यक्रम का आयोजन होगा।
विजयपाल सिंह अहलूवालिया ने महाराजा सरदार जस्सा सिंह आहलुवालिया की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महाराजा जस्सा सिंह को सुल्तान उल कॉम का ख़िताब प्राप्त था और उन्हें बंदी छोड़ के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का जो नारा दिया है 260 साल पहले महाराजा सरदार जस्सा सिंह आहलुवालिया ने चरितार्थ किया था। महिलाओ के प्रति उनका बहुत सम्मान था दुश्मन की बेटी को भी वे अपनी बेटी मानते थे। महाराजा सरदार जस्सा सिंह आहलुवालिया ने अहमद शाह अब्दाली से 2200 हिन्दू कन्याओ को मुक्त करवाया था।
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