अंबाला नगर निगम के मेयर रमेश मल का 5 साल का कार्यकाल समाप्त हो गया। आज मेयर रमेश मल ने सभी पार्षदों और उनको सहयोग करने वालो का धन्यवाद किया। मेयर रमेश मल ने आज सभी पार्षदों को स्मृति चिन्ह दिए और अपने आगे के चुनावी सफर पर जारी अटकलों पर स्पष्ट कहा कि जैसा पूर्व केन्द्रीय मंत्री विनोद शर्मा चाहेंगे वो वही फैंसला लेंगे। गोरतलब है कि मेयर रमेश मल के अंबाला लोकसभा सिट से चुनाव लड़ने की बाते सुनी जा रही है।
पार्षदों को स्मृति चिन्ह देते रमेश मल :
5 साल में काफी उतार चढ़ाव देख चुके अंबाला नगर निगम के पहले मेयर रमेश मल का का कार्यकाल समाप्त हो गया उनके साथ चुने हुए सभी पार्षद भी अपना कार्यकाल पूरा कर गये। अब चुनाव कब होनेग यह तो सरकार पर निर्भर है लेकिन रमेश मल 5 साल का समय बिना शक्तियों और कई दिक्कतों के बाद भी पूरा कर गये। रमेश मल को जनता के लिए कभी अफसरों ने दो चार होना पड़ा तो कभी सरकार ने कई दिक्कते खड़ी की। कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने तो बीच रस्ते में नगर निगम खत्म करने का दम भर दिया लेकिन रमेश मल कोर्ट से लदे और लड़ाई में कामयाब रहे। इससे पहले कभी उनकी जासूसी हुई तो कभी उनकी लाल बत्ती उतार ली गयी फिर उनकी सुरक्षा वापिस ले ली गयी लेकिन रमेश मल अकेले अपनी ही नही सभी मेयरो की लडाई लड़े और हर बार जीते भी। कांग्रेस जैसे ही सत्ता से बाहर हुई वैसे ही रमेश मल सहित कांग्रेसी पार्षदों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
रमेश मल ने अपने इस सफर के लिए सभी पार्षदों और मिडिया का धन्यवाद किया उन्होंने कहा यह उनकी लड़ाई में हमेशा साथ खड़े रहे। रमेश मल को मेयर बनाने में सबसे बड़ी भूमिका पूर्व केन्द्रीय मंत्री विनोद शर्मा की रही जिन्होंने पहली बार पार्षद का चुनाव लड़े रमेश मल को मेयर बना दिया। इसलिए रमेश मल पूर्व केन्द्रीय मंत्री विनोद शर्मा का धन्यवाद करते नही थकते। रमेश मल की लड़ाई में काफी सहयोग पूर्व मंत्री निर्मल सिंह का भी रहा। जिसको लेकर भी रमेश मल ने उनका धन्यवाद किया।
रमेश मल सरकार जाने के बाद एक शक्तिविहीन मेयर हो गये अफसरशाही ने सरकार के नुमाईन्दो के इशारो पर उनकी सुननी बंद कर दी। लेकिन ईमानदार छवि रखने वाले रमेश मल कभी झुके नही और उन्होंने अपनी लड़ाई को कभी कोर्ट से तो कभी पार्षदों के साथ से तो कभी मिडिया के सहयोग से जीती। रमेश मल के राजनीती भविष्य को लेकर अटकले लगाई जा रही है कि वे अब अंबाला लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं जिस पर रमेश मल ने सारा दारोमदार पूर्व केन्द्रीय मंत्री विनोद शर्मा पर छोड़ दिया और कहा जैसे विनोद शर्मा कहेंगे वे वैसा ही करेंगे।
रमेश मल को पार्षदों का भी पूरा सहयोग रहा है रमेश मल की छवि की वजह से पार्षद मल आगे लोकसभा का चुनाव लड़े ताकि वे उनका सहयोग। पार्षदों ने रमेश मल के काम की तारीफ की और कहा कि रमेश मल हमेशा उनके साथ खड़े रहे। बड़े बड़े फंड ला पाने में कामयाब। रहे
अंबाला नगर निगम का कार्यकाल इस दुर्भाग्य के साथ खत्म हो गया कि निगम में निगम जैसी सुविधाएँ सरकार नही ला पाई न तो फंड एक साथ सही समय पर रिलीज हुए और नाही यहाँ कर्मचारी बढाये गये। जिस नियत के साथ पिछली सरकार ने निगम बनाया था उस नियत से मौजूदा सरकार इसे नही चला पायी। अधिकारी कर्मचारी या कई स्कैम कर गये कई अधिकारी इधर से उधर हो गये लेकिन उन घोटालो की जाँच आज भी अधूरी ही है जिन्हें रमेश मल ने अपने कार्यकाल में उठाया था। फ़िलहाल अधिकारी इस कार्यकाल के समापन से काफी खुश दिख रहे हैं क्यूंकि अब जनता के नुमाईन्दो की उन्हें नही सुननी पड़ेगी।
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